श्री गणपति भज प्रगट पार्वती – श्री गणेश आरती | Shri Ganpati Bhaj Pragat Parvati – Ganesha Aarti in Hindi & English

Ganpati Bhaj Pragat Parvati – Ganesh Aarti | श्री गणपति भज प्रगट पार्वती @prabhukivani

श्रीगनपति भज प्रगट पार्वती – भगवान् श्रीगणपतिजी की आरती – एक आध्यात्मिक और भक्तिपूर्ण प्रार्थना जो भक्तों को श्रीगणेश के निकट लाती है।

Ganpati Bhaj Pragat Parvati – Ganesh Aarti | श्रीगनपति भज प्रगट पार्वती – भगवान् श्रीगणपतिजी की आरती

श्रीगनपति भज प्रगट पार्वती – भगवान् श्रीगणपतिजी की आरती

श्रीगनपति भज प्रगट पार्वती अंक बिराजत अविनासी।
ब्रह्मा-बिष्नु-सिवादि सकल सुर करत आरती उल्लासी॥

त्रिसूलधरको भाग्य मानिकै सब जुरि आये कैलासी।
करत ध्यान, गंधर्व गान-रत, पुष्पनकी हो वर्षा-सी॥

धनि भवानी व्रत साधि लह्यो जिन पुत्र परम गोलोकासी।
अचल अनादि अखंड परात्पर भक्तहेतु भव-परकासी॥

विद्या-बुद्धि-निधान गुनाकर बिघ्नबिनासन दुखनासी।
तुष्टि पुष्टि सुभ लाभ लक्ष्मी सँग रिद्धि सिद्धि-सी हैं दासी॥

सब कारज जग होत सिद्ध सुभ द्वादस नाम कहे छासी।
कामधेनु चिंतामनि सुरतरु चार पदारथ देतासी॥

गज आनन सुभ सदन रदन इक सुंडि ढुंढि पुर पूजा-सी।
चार भुजा मोदक-करतल सजि अंकुस धारत फरसा-सी॥

ब्याल सूत्र त्रयनेत्र भाल ससि उन्दुरवाहन सुखरासी।
जिनके सुमिरन सेवन करते टूट जात जमकी फाँसी॥

कृष्णपाल धरि ध्यान निरन्तर मन लगाय जो कोई गासी।
दूर करैं भवकी बाधा प्रभु मुक्ति जन्म निजपद पासी॥

॥ इति ॥

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