विन्ध्येश्वरी देवी जी की आरती – Vindheshwari Devi Aarti in Hindi & English

Shri Vindhyeshwari Aarti with Lyrics | श्री विन्ध्येश्वरी आरती | Bhakti Songs | Shemaroo Bhakti
आरती श्री विन्ध्येश्वरी देवी जी की | Sri Vindheshwari Devi Aarti – Goddess Parvati, Durga Aarti

विन्ध्येश्वरी देवी जी की आरती

सुन मेरी देवी पर्वतवासिनी, कोई तेरा पार न पाया ।
पान सुपारी ध्वजा नारियल, मैया ले तेरी भेंट चढ़ाया ॥ टेक ॥

साड़ी चोली तेरे अंग विराजै, केशर तिलक लगाया ।
ब्रह्मा वेद पड़े तेरे द्वारे, शंकर ध्यान लगाया ॥ टेक ॥

नंगे नंगे पग से तेरे, सम्मुख अकबर आया ।
सोने का छत्र चढ़ाया, नीचे महल बनाया ॥ टेक ॥

धूप दीप नैवेद्य आरती, मोहन भोग लगाया ।
ध्यानू भगत मैया तेरे गुण गावैं, मनवांछित फल पाया ॥ टेक ॥

सुन मेरी देवी पर्वतवासिनी, कोई तेरा पार न पाया ।
पान सुपारी ध्वजा नारियल, मैया ले तेरी भेंट चढ़ाया ॥ टेक ॥

॥ इति ॥

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